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जिंदगी ने मुझे कभी अपनाया नहीं।

मेहनत तो की मैंने, मगर परिणाम कभी आया नहीं , या ये कहूँ की इस जिंदगी ने मुझे कभी अपनाया नहीं।  जो भी मिला उसने यही कहा की बेइंतहां प्यार है उनके दिल में, कभी किसी ने ढंग से जताया ही नहीं, या इस जिंदगी की तरह उन्होंने भी मुझे अपनाया नहीं।   वादा सबने किया साथ निभाने का,  मगर मेरी तरह शिद्दत से किसी ने वादा निभाया नहीं, शायद इस जिंदगी की तरह उन्होंने भी मुझे अपनाया नहीं।  मुझसे हाथ बढ़ा कर मदद सबने मांगी, मगर मेरी ज़रूरत पर किसी ने अपना हाथ बढ़ाया नहीं, क्यूँकि इस जिंदगी की तरह उन्होंने भी मुझे अपनाया नहीं।   मालूम थी मुझे सबकी हक़ीक़त, फिर भी दिल में दबा कर रखा मैंने हर राज़,  किसी को, किसी का सच बताया नहीं, क्यूँकि वाक़िफ़ थे हम इस बात से, की इस जिंदगी की तरह उन्होंने भी मुझे अपनाया नहीं।   सबने सुनाया अपना हाल-ए-दिल मुझे, मैं सुनती रही सबका दर्द, मगर अपना दर्द किसी को दिखाया नहीं, क्यूँकि मालूम था मुझे की इस जिंदगी की तरह उन्होंने भी मुझे अपनाया नहीं।   हर कोशिश की मैंने अपनी मंजिल को पाने की, हर बार गिरी मगर अपनी हिम्मत को ...

वो मुझसे बहुत प्यार करता है

एक वक़्त था जब वो मुझसे कहता था,  कि बहुत बोलती हो तुम यार, ज़रा चुप भी रहा करो, और आज वही शख्स मेरी ख़ामोशी से डरता है, पहले हम उसे यकीन दिलाते थे, अपनी मोहोब्बत का, और आज वो खुद चीख-चीख कर ये कहता है, कि वो मुझसे बहुत प्यार करता है ।                पहले कहता था की,  "जाना है तो जा, मुझे फ़र्क नहीं पड़ता तेरे होने या ना होने से", "मुझे कोई ख़ुशी या दर्द नहीं होता, तेरे हँसने या रोने से", और आज वही शख्स मेरे साथ बिताने को दो पल सौ-सौ बार मिन्नतें करता है, और इतना ही नहीं जो खुद जाने को कहता था,  अपनी जिंदगी से, आज वही शख्स मुझे खोने से डरता है, क्यूंकि  वो मुझसे बहुत प्यार करता है ।                पहले जो अपने दोस्तों के आगे मुझे कुछ नहीं समझता था, आज वो मेरी चुप्पी भी समझता है, और पहले जो हमारे रिश्ते को किसी के आगे बयां करने से कतराता था, आज वो सबसे यही कहता है कि, वो ज़िंदगी भर मेरा इंतज़ार करेगा, क्यूंकि  वो...

ये दिल अब आवारा हो गया है....

कल तक ठिकाना ढूंढता था ये दिल, ना जाने क्यूँ अब बंजारा हो गया है, ये दिल पहले तो ऐसा नहीं था, ना जाने क्या हुआ, जो ये आवारा हो गया है...? कल तक बस उस एक शिद्दत वाली मोहब्बत की चाहत थी इसे, अब अचानक ये सबकी आँखों का तारा हो गया है, ये दिल पहले तो ऐसा नहीं था, ना जाने क्या हुआ, जो ये आवारा हो गया है...? कल तक ये नजरें, नजरों में खूबसूरती तलाशती थी, आज इन्हीं नजरों के आगे, बेकार हर नज़ारा हो गया है, ये दिल पहले तो ऐसा नहीं था, ना जाने क्या हुआ, जो ये आवारा हो गया है...? कल तक इस दिल को ख्वाहिश थी उस एक चाँद की, आज इसका ख़्वाब आसमाँ का हर सितारा हो गया है, ये दिल पहले तो ऐसा नहीं था, ना जाने क्या हुआ जो ये आवारा हो गया है...? कल तक ये दिल यकीन कर लेता था, आँख बंद करके, आज खुली आँखों से भी भरोसा करना इसे ना-गवारा हो गया है, ये दिल पहले तो ऐसा नहीं था, ना जाने क्या हुआ जो, ये आवारा हो गया है...? कभी डूबा था ये भी इश्क़ के समन्दर में, मगर अब लहरों से बेहतर समन्दर का किनारा हो गया है,  इश्क़ करके ही इस दिल को अक्ल आयी है, शायद इसीलिए  ये दिल अब आवारा हो गया है.... ऐसी ही और भी कई कवित...

मेरे ख्याल - जो आज़ाद हैं

*************************************************************************************************************************************************************************************************************************************************** समझ नहीं आ रहा, ये मैं क्या कर रही हूं?, ऐसी नहीं थी मैं, जैसी अब हो गई हूँ। *************************************************************************************************************************************************************************************************************************************************** समझ नहीं आ रहा, की हूँ जहाँ भी आज मैं, वहाँ से आगे बढ़ूँ? या पीछे हटूं? कुछ करूँ, या न करूँ?    कितने ही सवाल है दिल में, पुछलूं या चुप रहूँ? ये खमोशियाँ अब डँसती हैं, मेरी तन्हाईयाँ मुझपर हँसती हैं, इतनी मेहनत करके भी हासिल नहीं हुआ है कुछ, मेरी ज़िन्दगी हर रोज़ मुझे एक यही ताना कसती है। ************************************************************************************************************...

मेरे ख्याल - बॉलीवुड के सितारों को अर्पित

"आज तक सुना था की आसमाँ से सितारे टूट कर ज़मीं पर आते हैं, मगर ज़मीं के सितारे को आसमाँ पर जाते हुए पहली दफ़ा देखा।" #RIP IRFAAN KHAN & RISHI KAPOOR JI *************************************************************************************************************************************************************************************************************************************************** "लगता है ऊपर वाला भी लॉकडाउन से ऊब गया है तभी तो, एक बाद एक अदाकारों की ज़रूरत पड़ रही है उसे।" #RIP IRFAAN KHAN & RISHI KAPOOR JI *************************************************************************************************************************************************************************************************************************************************** "ये दर्द क्यूँ हो रहा है मुझे? किसी के जाने से, जो गया है, वो मेरा अपना तो नहीं...