निर्भया - एक कहानी, आठ साल पुरानी


तो दोस्तों!
साउथ दिल्ली की ये कहानी है,
और ये कहानी कुछ आठ साल पुरानी है,
जो मुझे आज आपको याद दिलानी है।

दिसम्बर का वो महीना था और रात भी कुछ अँधेरी थी,
लेकिन उस रात  वो लड़की नहीं अकेली थी,
उसका दोस्त उसके साथ था जब इस हादसे की शुरुआत हुई थी,
वो लड़की पागल थी शायद वरना घर से बाहर निकलती क्यों जब शुरू रात हुई थी।

अरे! क्या हुआ??? आप लोग ऐसे क्यों देख रहे हो, हम लड़कियों को बचपन से यही तो सिखाया जाता है,
अपने नज़रें नीचे रखना , जब भी कोई हमें बुरी नज़र से देखना चाहता है।
हम अक्सर लड़कियों को सीखाते हैं, नज़रें नीची रखना, कपड़े पुरे पहनना, और किसी लड़के से बात ना करना,
हम लड़को को ये क्यों नहीं सीखाते की हर लड़की की इज़्जत करना?
जिस दिन ये हो जायेगा उस दिन से लड़कियाँ छोड़ देंगी सड़को पर डर कर चलना।   

तो हम बात कर रहे थे एक पुरानी कहानी की, जो मुझे आप सबको बतानी थी,
हाँ! ये वही कहानी थी जो आठ साल पुरानी थी।
और मैं जानती हूँ  दोस्तों आप बहुत समझदार हैं, समझ ही गये होंगे ये कौनसी कहानी थी,
जो मुझे आज आपको याद दिलानी थी।

मेरा मकसद नहीं था उस दर्द भरी दास्तान को दोहराने का,
मेरा मकसद था आप सबको नींद से जगाने का, और कुछ याद दिलाने का।

क्यूँ हम किसी हादसे के बाद जगते हैं,
क्यूँ हम कैंडल जलाकर पूरी रात जगते हैं?

क्यूँ करने देते हैं किसी मासूम पर ज़ुल्म उन शैतानों को?,
क्यों ज़िंदा नहीं जला देते ऐसे हैवानों को?

 ज़िंदा ही जला देना चाहिए जो इंसानियत पैर लगा हुआ एक दाग हैं,
जानती हूँ  बातें सुनकर जल रही आप सबके सीने में आग है।

लेकिन अगर ये आग किसी मासूम को इन्साफ नहीं दिला सकती तो भुजा दो इस आग को,
जो ना इन्साफ दिला सकती है, ना मिटा सकती है उसके माथे पर लगे दाग को।

जो आग जली है आप सबके दिलों में मुझे बस यही आग जलानी थी,
बिलकुल सही समझे हैं आप ये कहानी निर्भया  की कहानी थी।

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Comments

  1. ,बहुत ही असुरी प्रवृत्ति के लोग थे वे जिन्होंने ये हत्याकांड और बलात्कार किया था ,मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए थे खून खोल उठा उनका ये वाक्य सुनकर, मेरे दिल को बहुत चैन मिला था जब कुछ ही दिन पहले उन्हें सूली पर लटका दिया गया ।
    आप बहुत मार्मिक है,अपने अपने शब्दों में प्रस्तुत करके एकबार फिर ऐसे असुरी प्रवत्तियों वालो लोगों को चेतावनी दी है जो कि सराहनीय हैं

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  4. bahut achche .. very veery nice. good job

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  5. Heart touching story ����

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