कोरोना की दहशत


कोरोना की दहशत  देखो,
घेर रहा है ये इंसान,
सारी दुनिया सोच रही है,
आगे क्या होगा भगवान।

अपने घर में कैदी हैं सब,
माँग रहें हैं सब आज़ादी,
डर बैठा है सबके दिल में,
और करे कितनी बर्बादी,
ना जाने कितनी बर्बादी।

अब घर ही है मंदिर - मस्जिद,
अब घर ही है चारो धाम,
जो हैं रोज कमाते-खाते,
उनका कैसे चलेगा काम।

रुकी हुई है अर्थव्यवस्था,
रुके हुए सारे काम,
रुका हुआ है उत्पादन भी,
बड़ गए हैं चीजों के दाम।

लेकिन हमको लड़ना होगा,
बिल्कुल भी ना डरना होगा,
फैले ना ये आगे जाकर,
ऐसा अब कुछ करना होगा।

मचा हुआ है हाहाकार,
चीख रही अपनी सरकार,
रहो घर के अंदर अपने,
मत निकलो घर से बाहर।

ये संकट तो टल जाएगा,
जो देंगे हम सबका साथ,
करो नमस्ते, रहो दूर तुम,
मत मिलाना किसी से हाथ।

नोट: अगर आप इस गीत को चाहते हो सुनना, तो क्लिक👆🏻 करें नीचे⬇️ दिए गए लिंक पर...

Comments

  1. Wow pretty cool,seriously hats off to your thought, keep on going. I also pleasure reading you.

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    1. thanks alot, your appreciation always gives me inspiration and motivation

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